मुख्यमंत्री ने मीडिया से किया संवाद,कहा-झारखंड में भी कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज जैसे संस्थान खोलने की दिशा में सरकार करेगी पहल
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रांची/ओडिशा।मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आज अपनी धर्मपत्नी श्रीमती कल्पना सोरेन संग श्री जगन्नाथ मंदिर,पुरी,ओडिशा के दर्शन किए।इस मौके पर उन्होंने पारंपरिक विधि-विधान से भगवान जगन्नाथ,बलभद्र और सुभद्रा की पूजा-अर्चना कर झारखंड और झारखंडवासियों की उन्नति, सुख-समृद्धि-शांति,खुशहाली और स्वस्थ जीवन के लिए प्रार्थना की।इस मौके पर उन्होंने आशीर्वाद के रुप भगवान जगन्नाथ का “भोग” ग्रहण किया।इससे पहले मुख्यमंत्री के यहां आगमन पर मंदिर प्रबंधन की ओर से उनका पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया और प्रतीक चिन्ह के रुप में श्री जगन्नाथ मंदिर की तस्वीर सप्रेम भेंट की गई। पुरी में मुख्यमंत्री ने स्थानीय मीडिया के साथ संवाद करते हुए कहा कि कल कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइसेंज के समारोह में शामिल होने का मौका मिला था। इस संस्थान के संस्थापक डॉ अच्युत सामंता जी यहां गरीब औऱ वंचित आदिवासी समुदाय के 40 हजार से ज्यादा बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देकर उनका उज्जवल भविष्य गढ़ रहे हैं।वे जिस तरह इनोवेटिव और क्रिएटिव कार्य कर रहे हैं, इसे जानने-समझने और देखने के लिए यहां आया।इस दौरान यहां पढ़ रहे बच्चों से संवाद कर बहुत कुछ सीखने को मिला।
हमारी इच्छा है कि डॉ सामंता जी के साथ मिलकर झारखंड के बच्चों के लिए भी इसी तरह का संस्थान स्थापित करें,ताकि यहां के आदिवासी बच्चे-बच्चियों को बेहतर शिक्षा दे सकें और वे हर क्षेत्र में कामयाबी हासिल करें।मुख्यमंत्री ने कहा कि नक्सली गतिविधियां अब अंतिम पड़ाव पर है।नक्सली बहुत हद तक कमजोर हो चुके हैं।हालांकि, कुछ नक्सल घटनाएं भी हो रही है,लेकिन मुझे विश्वास है कि सभी राज्य मिलकर निश्चित तौर पर नक्सली गतिविधियों पर अंकुश लगाने में कामयाब होंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिले,इस दिशा में सरकार लगातार प्रयास कर रही है।इसी कड़ी में एयर एंबुलेंस सेवा की शुरूआत की गई है।ताकि आपातकालीन परिस्थियों में मरीजों को बेहतर इलाज के लिए दूसरे शहरों के बेहतर अस्पतालों में भेजा जा सका।
उन्होंने कहा कि एयर एंबुलेंस सेवा सिर्फ अमीरों अथवा पैसे वालों के लिए नहीं है,बल्कि समाज के गरीब और बीपीएल भी इसका लाभ ले सकें,सरकार ने इसे सुनिश्चित किया है।मुख्यमंत्री ने कहा-समाज के हर वर्ग को सामाजिक सुरक्षा मिले,य़ह सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि चाहे वह सरकारी कर्मी हो या फिर बुजुर्ग अथवा दिव्यांग,परित्यक्ता अथवा एकल महिला।हर किसी को सामाजिक सुरक्षा कवच देने के लिए यूनिवर्सल पेंशन स्कीम और एनपीएस को लागू कर सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पेंशन किसी के भी बुढ़ापे की लाठी होती है।यह उन्हें आर्थिक रुप से मजबूत करता है और सरकार उन्हें इसका लाभ देने के लिए सदैव से प्रयासरत रही है।