ईडी की राडार में साहेबगंज डीसी और एसपी,पंकज मिश्रा के ड्राइवर चंदन और करीबी सूरज पंडित ने उगले राज
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रांची ब्यूरो।प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने साहेबगंज को उपायुक्त राम निवास यादव और पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा को अवैध खनन मामले के दायरे में लाया है.इन दोनों अधिकारियों से न्यायिक हिरासत में सजा काट रहे कारोबारी पंकज मिश्रा लगातार कनेक्ट हैं और नियमित रूप से बातचीत कर रहे हैं.यह बातें पंकज मिश्रा के रिम्स में सेवादार ड्राइवर चंदन कुमार और सूरज पंडित ने कही.ईडी की तरफ से दोनों को कल क्षेत्रीय कार्यालय रांची में डीटेंन कर लाया गया था.इसके बाद यह पता चला कि साहेबगंज के उपायुक्त और एसपी लगातार पंकज मिश्रा के साथ बातचीत करते रहे हैं.सचिवालय औऱ जिला स्तर के दो दर्जन से अधिक पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को चिह्नित कर कॉल डिटेल्स रिकार्ड (सीडीआर)को खंगाला जा रहा है.बताया जा रहा है कि ईडी ने पंकज मिश्रा के एक पुराने फोन को भी अपने कब्जे में ले लिया है.अब ईडी की तरफ से सभी को समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया गया है.ईडी ने दोनों को बयान दर्ज करने के बाद रिहा कर दिया.राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान रिम्स में सजायाफ्ता के रूप में रह रहे पंकज मिश्रा की धमक पूरे प्रबंधन पर है.उनकी सुरक्षा में तैनात सिपाही पंकज मिश्रा को किसी से भी फोन से बात करने से नहीं रोक पाते थे.उन्हें किसी तरह की आपत्ति नहीं करने का अनाधिकृत निर्देश दिया गया था.ईडी को इस बात की सूचना मिली थी कि जेल में रहने के बावजूद पंकज मिश्रा कुछ वरिष्ठ अधिकारियों से फोन पर बात करता है.मनी लाउंड्रिंग से बचने के लिए अपनी नाजायज आमदनी को कर्ज के रूप में दिखाने के लिए दस्तावेज तैयार करवाने की कोशिश भी कर रहा था.इसी सूचना के आधार पर ईडी ने पंकज के आसपास रहने वाले लोगों का फोन सर्विलांस पर डाला.ईडी को मिली सूचना की पुष्टि हुई. इसके बाद ईडी ने गुरुवार की सुबह छापा मार कर पंकज के मोरहाबादी स्थित मकान से चंदन को हिरासत में लिया, जबकि सूरज पंडित को रांची रेलवे स्टेशन से हिरासत में लिया गया.चंदन,पंकज मिश्रा का ड्राइवर है.ईडी ने दोनों का मोबाइल फोन जब्त कर लिया है.पंकज मिश्रा को मिल रही सुविधाओं के सिलसिले में प्रारंभिक पूछताछ के बाद ईडी के अधिकारियों ने दोनों का बयान दर्ज किया.पंकज मिश्रा फिलहाल रिम्स में भर्ती है.वहां उसे पेइंग वार्ड की सुविधा उपलब्ध है.उसकी सुरक्षा में पुलिस के जवान तैनात हैं.इन जवानों को भी अनाधिकृत रूप से पंकज मिश्रा की इच्छानुसार बात कराने का निर्देश दिया गया था.सुरक्षा में तैनात जवान भी इसका पालन करते थे. पंकज के करीबी लोग भी रिम्स में उसकी सेवा में लगे हैं.वे भी उसे कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराते हैं. पुलिसकर्मियों द्वारा किसी तरह की आपत्ति नहीं करने की वजह से दोनों लोग पंकज मिश्रा को अलग-अलग अधिकारियों से फोन पर बात करवाते थे.ईडी को पंकज मिश्रा के मोरहाबादी स्थित घर की तलाशी के दौरान पुराना मोबाइल फोन मिला है.बताया जाता है कि इस मोबाइल को पंकज ने छिपा दिया था.इसमोबाइल से कई राज खुलने की संभावना है.