नई दिल्ली : सबके मन में आज भी बसे हैं ‘अटल’, पुण्यतिथि पर राष्ट्रपति,पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
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नई दिल्ली ब्यूरो।देश के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की आज चौथी पुण्यतिथि है।इस अवसर पर अटल समाधि स्थल पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।बता दें,पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का निधन 16अगस्त 2018 को हुआ था।उनकी गिनती देश की सियासत के उन चंद नेताओं में होती है जो कभी दलगत राजनीति के बंधन में नहीं बंधे।उन्हें हमेशा ही सभी पार्टियों से भरपूर प्यार व स्नेह मिला।देश के तमाम नेता और जनता आज पूर्व पीएम वाजपेयी को याद कर रहे हैं।राष्ट्रपति,उपराष्ट्रपति, पीएम मोदी समेत यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,गृहमंत्री अमित शाह,डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत तमान नेताओं ने उन्हें याद करते हुए श्रद्धापूर्ण श्रद्धांजलि दी।
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का पैतृक गांव उत्तर प्रदेश के बटेश्वर में था,लेकिन उनका जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में हुआ था।ग्वालियर के ही विक्टोरिया कॉलेज से उन्होंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई की। उनके पिता का नाम श्री कृष्ण वाजपेयी था,वह एक स्कूल मास्टर और कवि थे। वाजपेयी के पूरे जीवन पर नजर डालें तो उन्होंने राजनीति,कविता तथा सादगी के बीच अपना जीवन व्यतीत किया।आपको बता दें,अटल बिहारी वाजपेयी 3 बार भारत वर्ष के प्रधानमंत्री रहे थे।उन्होंने साल 1996 में महज 13 दिन में ही प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दिया था।हालांकि वर्ष 1998 में वे दोबारा प्रधानमंत्री पद के लिए चुने गए।फिर तीसरी बार वे 1999 से 2004 तक देश के प्रधानमंत्री रहे।तब उन्होंने 5 साल का पूरा कार्यकाल किया।बता दें,वर्ष 1991,1996,1998, 1999 और 2004 में वाजपेयी लखनऊ से लोकसभा के लिए चुने गए थे।बता दें,भारत के पूर्व पीएम वाजपेयी ने हिंदी भाषा में संयुक्त राष्ट्र विधानसभा में भाषण दिया था,यहां भाषण देने वाले वे पहले विदेश मंत्री भी थे। 4 अक्टूबर,1977 को जब उन्होंने हिंदी में भाषण दिया, तो यूएन तालियों से गूंज उठा था।