झारखंड : हिंदी हमारी आन और शान है,हमारी चेतना और वाणी का शुभ वरदान है:डॉ तपन कुमार शांडिल्य
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ब्यूरो,रांची:हिंदी दिवस के अवसर पर आज डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय,रांची में पूर्वाहन 11बजे से विश्वविद्यालय के सभागार में हिंदी विभाग के द्वारा हिंदी दिवस समारोह का आयोजन किया गया।मुख्य वक्ता के तौर पर डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर,बिहार के स्नातकोत्तर,हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष,डॉ सतीश कुमार रॉय थे।अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर तपन कुमार शांडिल्य ने कहा कि हिंदी मन की भाषा,प्रेम की भाषा है, हिंदी हमारी संस्कृति है और हिंदी ही हमारा आचरण। उन्होंने हिंदी की महत्ता का उल्लेख करते हुए कहा कि, एक भाषा है आशा भरी जिसका नाम हिंदी है,हिंदी केवल जुबां नहीं,देश के माथे की बिंदी है,हिंदुस्तानी है हम और हिंदी हमारी जुबान है। उन्होंने अपने वक्तव्य की समाप्ति करते हुए कहा कि हममें से प्रत्येक व्यक्ति को हरिवंशराय बच्चन जी की कृति मधुशाला पढ़नी चाहिए जिसमें जीवन का सार निहित है और उन संदेशों को आत्मसात करना चाहिए। मुख्य वक्ता डॉ सतीश कुमार रॉय ने कहा कि पूरे विश्व में लगभग 18.4प्रतिशत लोंगों के द्वारा बोली जाने वाली भाषा हिंदी हैं।यह हीनता की भाषा नहीं बल्कि समूह की भाषा है।उन्होंने उपस्थित विद्यार्थियों को फादर कामिल बुल्के का उदाहरण देते हुए हिंदी की महत्ता को दर्शाया। इसके पूर्व विभाग के विद्यार्थियों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।विषय प्रवेश एवं मंच संचालन विभागाध्यक्ष डॉ यशोधरा राठौर ने किया। मौके पर डीएसडब्ल्यू डॉ अनिल कुमार,कुलसचिव डॉ नमिता सिंह,डॉ जिन्दर सिंह मुंडा सहित सभी शिक्षक और विद्यार्थियों की उपस्थिति रही।इस आशय की जानकारी डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के पीआरओ डॉ राजेश सिंह ने दी है।