बिहार : पंच प्रण वृक्षारोपण अभियान के तहत सीयूएसबी में लगाए गए 300 पौधे
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ब्यूरो,पटना।वातावरण को स्वच्छ एवं स्वस्थ रखने के उद्देश्य से दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय में पंच प्रण वृक्षारोपण अभियान के तहत 300 पौधे लगाए गए। जन सम्पर्क पदाधिकारी मो० मुदस्सीर आलम ने बताया कि कार्यक्रम का आयोजन विवि के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई और हॉर्टिकल्चर एंड लैंडस्केप कमिटी के संयुक्त तत्वाधान में इस कार्यक्रम को आयोजित किया गया।उन्होंने बताया कि माननीय कुलपति प्रो.कामेश्वर नाथ सिंह के नेतृत्व में 17 सितंबर,2022 को वृक्षारोपण अभियान चलाया गया।इस अवसर पर उनके साथ कुलसचिव कर्नल राजीव कुमार सिंह,डॉ.गौतम कुमार,समनवयक,बागवानी और भूनिर्माण समिति,डॉ. बुधेंद्र सिंह,समन्वयक, एनएसएस के साथ बड़ी संख्या में विवि के प्राध्यापकगण, अधिकारीगण,एनएसएस स्वयंसेवक,शोधार्थी छात्र- छात्राएं तथा कर्मचारीगण मौजूद थे।वृक्षारोपण अभियान में पारम्परिक वृक्षों के साथ-साथ विश्वविद्यालय परिसर औषधीय गुणों वाले विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए गए।कुलपति ने नीम का पेड़ लगाने के बाद अपने संबोधन में कहा कि वृक्षारोपण कार्यक्रम को माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस के अवसर पर उनके द्वारा स्वाधीनता दिवस पर लाल किले पर दिए गए पंच प्रण के सन्देश से प्रेरित होकर आयोजित किया गया है।माननीय प्रधानमंत्री के विरासत का सम्मान के आह्वान पर विवि में परंपरागत वृक्षों जैसे नीम, सेमल,इमली,जामुन आदि को लगाया गया। इस वृक्षारोपण अभियान कार्यक्रम को नीले हरित बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने और पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के उद्देश्य से किया गया है।सामाजिक संरचना में पौधों का महत्व हवा,पानी और मिट्टी के प्रदूषण का मुकाबला करने के साथ – साथ सौंदर्यीकरण में मदद करने तथा हरित क्षेत्र को विकसित करने में भी है। माननीय कुलपति ने जलवायु परिवर्तन और इसके प्रतिकूल प्रभाव के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए वृक्षारोपण की आवश्यकता पर बल दिया।प्लांट फिजियोलॉजी में एक विशेषज्ञ होने के नाते डॉ. गौतम ने कहा कि विश्वविद्यालय की यह पहल इनडोर और आउटडोर ऑक्सीजन सांद्रता,संरक्षण, सौंदर्यीकरण और जैव विविधता के संरक्षण के लिए फायदेमंद होगी।उन्होंने कहा, एक पेड़ को सिर्फ इसलिए विरासत का टैग नहीं दिया जाना चाहिए क्योंकि वह पुराना है,बल्कि इसके पारिस्थितिक,सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व सहित पहलुओं को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए।समिति ने छात्रों और स्वयंसेवकों से हरे,स्वस्थ और प्रदूषण मुक्त वातावरण के लिए आस-पास के विभिन्न स्थानों पर इसी तरह का अभियान चलाने की भी अपील की।