राजस्थान : दो पुलिसकर्मियों और गैंगस्टर भानु प्रताप सिंह के हत्यारे गैंगस्टर शिवराज सिंह के भाई नरेंद्र सिंह उर्फ किट्टू को छत्तीसगढ़ से किया गिरफ्तार
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कोटा 5 मार्च(स.सू.)।उदयपुर जेल में बंद गैंगस्टर भानु प्रताप सिंह को झालावाड़ कोर्ट में पेशी पर ले जाते समय थाना बिजोलिया भीलवाड़ा क्षेत्र में स्थित टोल नाका के आगे पुलिस वैन को टक्कर मार रोकने के बाद अंधाधुन्ध गोलियों की बौछार कर गैंगस्टर भानु प्रताप सिंह व पुलिस के 2 जवानों की हत्या एवं चार पुलिस कर्मियों को घायल कर देने के मामले में 11 साल से फरार चल रहे गैंगस्टर शिवराज सिंह के भाई नरेंद्र सिंह उर्फ बिट्टू उर्फ अंकित निवासी थाना इटावा कोटा ग्रामीण हाल थाना भीमगंज मंडी कोटा शहर को जिला स्पेशल टीम कोटा शहर ने साइबर सेल एवं कमांडो टीम की सहायता से करीब 3000 किलो मीटर का सफर 3 दिन में तय कर छत्तीसगढ़ में जिला जांजगीर चांपा के अकलतरा इलाके से गिरफ्तार कर लिया।एसपी कोटा शहर केसर सिंह शेखावत ने बताया कि नरेंद्र सिंह जिला स्तरीय टॉप टेन वांछित अपराधियों की सूची में शामिल है।जिसकी गिरफ्तारी पर पुलिस मुख्यालय द्वारा ₹10000 तथा कोटा पुलिस द्वारा ₹5000 का इनाम घोषित किया गया था।उन्होंने बताया कोटा पुलिस द्वारा भानु प्रताप सिंह गैंग के हार्डकोर गैंगस्टर सुमेर सिंह को 2021 में गिरफ्तार कर तथा गैंगस्टर शिवराज सिंह के भाई नरेंद्र सिंह को मंगलवार को गिरफ्तार कर हाड़ौती संभाग के अपराध के जंगल में वर्चस्व की लड़ाई के ताबूत में आखरी कील ठोक दी है।शिवराज सिंह व भानु प्रताप गैंग के मध्य हाडोती में वर्चस्व को लेकर कई बार खून की होली खेली जा चुकी है। भानु गैंग द्वारा कोटा में साल 2008 में गैंगस्टर लाला बैरागी की सरेआम हत्या के पश्चात साल 2009 में शिवराज सिंह के भाई ब्रजराज सिंह व पिंटू की चित्तौड़गढ़ के बेगू थाना क्षेत्र में जोगणिया माता के मंदिर के पास हत्या कर दी गई थी।उसके बाद साल 2011 में शिवराज गैंग द्वारा पुलिस हिरासत में भानु प्रताप एवं दो पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी गई।साल 2019 में कोटा के आरके पुरम थाना क्षेत्र में भानु प्रताप सिंह गैंग के सरगना रणवीर चौधरी की शिवराज सिंह गैंग द्वारा गोलियों से भून कर हत्या कर दी।ऐसे चला घटना क्रम:10 मार्च 2010 को खेड़ली फाटक स्थित शिवराज सिंह के मकान में दबिश देकर डकैती की योजना बनाते हुए 6 बदमाशों जोगेंद्र सिंह उर्फ गुड्डू व नरेंद्र सिंह निवासी कोटा तथा विनोद राठौड़,पवन राजपूत, गिर्राज सिंह व रामु उर्फ विराज सिंह निवासी भिंड मध्य प्रदेश को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से तीन पिस्टल,एक देशी कट्टा, दो 12 बोर दुनाली गन,एक राइफल,कुल 252 कारतूस मय कारतूस पेटी लाल मिर्च पाउडर,एक स्कॉर्पियो इत्यादि बरामद कर थाना भीमगंज मंडी पर मुकदमा दर्ज किया गया। जिसमें नरेंद्र सिंह को कोर्ट से जमानत मिलते ही वह फरार हो गया।फरारी के बाद गैंगस्टर भानु प्रताप व पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल:हाडोती में सक्रिय बदमाश शिवराज सिंह हाडा व उसके साथियों नरेंद्र सिंह उर्फ किट्टू,सूरज सिंह, गिर्राज सिंह,मोंटी तोमर,हरेंद्र सिंह,अज्जू उर्फ अजय उर्फ बिंद्रा फौजी,कल्लू उर्फ अरविंद ने ब्रजराज सिंह की हत्या का बदला लेने के लिए 19 अप्रैल 2011 को उदयपुर जेल में बंद गैंगस्टर भानु प्रताप सिंह को झालावाड़ कोर्ट में पेशी पर ले जाते समय भीलवाड़ा के बिजोलिया थाना क्षेत्र में स्थित टोल नाका के आगे उदयपुर पुलिस की वैन को दो स्कॉर्पियो से टक्कर मारकर रुकवाया और अंधाधुन्ध फायरिंग की। जिसमें गैंगस्टर भानु प्रताप के अलावा 2 जवानों प्रकाश चंद व सोहनलाल की मौके पर मौत हो गई और एसआई भेरो लाल, कॉन्स्टेबल मोहम्मद सलीम व अंबालाल तथा कॉन्स्टेबल ड्राइवर कांतिलाल घायल हो गये।सिटी एसपी शेखावत ने बताया कि इस मामले में महानिदेशक पुलिस राजस्थान द्वारा ₹10000 के इनाम की घोषणा की गई थी।दोनों प्रकरणों में फरार चल रहे हैं गैंगस्टर शिवराज सिंह का भाई नरेंद्र सिंह उर्फ बिट्टू बहुत ही शातिर प्रवृत्ति का बदमाश है। जिसे समय-समय पर कोटा शहर,भीलवाड़ा पुलिस, एसओजी व एटीएस की टीमों द्वारा गिरफ्तार करने का प्रयास किया गया था,लेकिन वह लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था।साल 2019 में हुए रणवीर चौधरी हत्याकांड के बाद शिवराज सिंह एवं भानु प्रताप गैंग के सभी सदस्यों पर कड़ी नजर रखी गई थी।इसी क्रम में भानु प्रताप सिंह गैंग के फरार सरगना सुमेर सिंह को 12 वर्ष की फरारी के उपरांत अगस्त 2021 गिरफ्तार किया गया।साईबर सैल को दिया आसूचना का टास्क:एसपी शेखावत ने बताया कि नरेंद्र सिंह के बारे में आसूचना एकत्रित करने के लिए साइबर सेल प्रभारी प्रताप सिंह एएसआई एवं कॉन्स्टेबल श्यामवीर को टास्क दिया गया। जिनके द्वारा दिल्ली में अंकित नाम बदलकर अभियुक्त के फरारी काटने की सूचना देने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण जैन व राजेश कुमार मील के सुपरविजन एवं डीएसटी प्रभारी नीरज गुप्ता के नेतृत्व में टीम गठित कर दिल्ली में कैम्प कर आसूचनाएं एकत्रित की।दिल्ली के संगम विहार स्लम एरिया में फरारी काटने के संबंध में जानकारियां प्राप्त की।डीएसटी,साईबर सैल व कमाण्डो टीम ने तीन दिन में 3000 किलोमीटर का सफर किया:इसी दौरान साइबर सेल के दोनों पुलिसकर्मियों ने अभियुक्त के दिल्ली से एमपी और वहां से छत्तीसगढ़ जाने की सूचना दी।इस पर डीएसटी प्रभारी नीरज गुप्ता के नेतृत्व में साइबर सेल कर्मियों व पुलिस कमांडो की एक टीम को रवाना किया गया।जिन्होंने शिवपुरी, झांसी,सतना व जबलपुर आदि क्षेत्रों से सूचना प्राप्त कर बिना विश्राम किये 3 दिन में लगभग 3000 किलोमीटर का सफर तय कर छत्तीसगढ़ में जिला जांजगीर चांपा के अकलतरा क्षेत्र से नरेंद्र सिंह उर्फ किट्टू उर्फ अंकित को डिटेन कर लिया।