ईडी-सीबीआई एक्शन:बिहार के बेऊर जेल से बन गया है धनबाद का सीधा कनेक्शन
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रांची(झारखंड)।प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई की कार्रवाइयों की वजह से धनबाद का सीधा कनेक्शन बिहार के बेऊर जेल से बन गया है।कुछ तो धनबाद से मुलाकात करने जाते हैं तो कई धनबाद के “धनपशु’ बेऊर जेल में बंद है।जानकारी के अनुसार पिछले 16 महीने में धनबाद के कई बड़े कारोबारी को प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई ने बेऊर जेल पहुंच चुके है।आगे की कार्रवाई में कौन-कौन जाएगा,इसको लेकर धनबाद के धनपशुओं की नींद हराम हो गई है।अभी भी धनबाद के कई कारोबारी की गर्दन प्रवर्तन निदेशालय अथवा सीबीआई के शिकंजे में है●मामला-250 करोड रुपए के बालू खनन घोटाले का●इधर,बिहार में 250 करोड रुपए के बालू खनन घोटाले में एक के बाद एक प्लेयर लगातार बेऊर पहुंच रहे है।पुंज सिंह के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने कोयला कारोबारी स्वर्गीय सुरेश सिंह के पुत्र अजय सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।उन्हें भी बेऊर जेल में ही रखा गया है।इससे पहले मिथिलेश सिंह और बबन सिंह को ईडी ने जेल भेजा था।सुरेंद्र जिंदल,जगनारायण सिंह उर्फ जगन सिंह,उनके बेटे सतीश कुमार तथा पूरन सिंह भी जेल भेजे जा चुके है।एक साल से अधिक समय बीतने के बाद भी जगन सिंह,उनके बेटे सहित अन्य आरोपियों को जमानत नहीं मिली है।
●लग्जरी जीवन जीने वाले फिलहाल जेल में●जीवन भर लग्जरी जीवन जीने वाले और कोयला,बालू तथा शराब के कारोबार से अकूत संपत्ति बनाने वाले अब जेल के चारदीवारी में बंद है।यह भी जानकारी निकलकर आ रही है कि ईडी ने अब तक इन लोगों के पास से 93 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त कर चुकी है। इसी दौरान सीबीआई ने भी धमाकेदार कार्रवाई की।पटना और धनबाद के प्रधान आयकर आयुक्त संतोष कुमार के भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में धनबाद के ट्रांसपोर्टर गुरपाल सिंह,डॉक्टर प्रणय पूर्वे और अशोक चौरसिया की गिरफ्तारी के बाद उन्हें पटना के बेऊर जेल में ही रखा गया है।संभावना तो यह भी व्यक्त की जा रही है कि सीबीआई की कार्रवाई आगे और तेज हो सकती है।●सीबीआई ने 12 को बनाया है आरोपी●प्रधान आयकर आयुक्त के भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में सीबीआई ने 12 लोगों को आरोपी बनाया है।इस मामले में सीबीआई ने संतोष कुमार के अलावा अशोक चौरसिया,गुरपाल सिंह,डॉक्टर प्रणय पूर्वे और पटना के राजीव कुमार को गिरफ्तार किया था।इन पांचो के अलावा एफआईआर में और कई नाम है।सारे नाम बड़े कारोबारी के है।कुछ अधिकारियों के भी प्राथमिक की में नाम है।अगर सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय फिर कार्रवाई शुरू की तो बेऊर जेल पहुंचने वालों की संख्या और बढ़ेगी।धनबाद से गिरफ्तार बालू कारोबारी कोयला-शराब के धंधे में तो खूब चमके,लेकिन बालू के कारोबार ने उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।आगे किनकी-किनकी और गिरफ्तारियां होंगी,यह सवाल भी हवा में तैर रहा है।