झारखंड डीजीपी ने की हाई लेबल पुलिस मीटींग
1 min read

ब्यूरोचीफ,रांची:झारखंड के डीजीपी की अध्यक्षता मे आज पुलिस मुख्यालय में बैठक का आयोजन हुआ।उक्त बैठक में सभी एडीजी,आईजी,डीआईजी और सभी जिलों के एसपी भी मौजूद रहे।बता दें झारखंड के डीजीपी की अध्यक्षता मे बुलाई गई इस उच्च स्तरीय बैठक में विधि व्यवस्था के साथ साथ नक्सल,साइबर और पेंडिंग केसेज जैसे महत्पूर्ण मुद्दे रहे एजेंडे में शामिल है।इसके साथ ही अपराधियों पर की गई कार्रवाई के साथ साथ आपराधिक मामलों की कोर्ट में क्या कुछ स्थिति है इसे लेकर भी विशेष तौर पर चर्चा की गयी।बता दें इस बैठक को लेकर जोनल आईजी और सभी रेंज के डीआईजी को उपस्थित रहने का भी निर्देश पूर्व में ही दे दिया गया था।वहीं इससे पहले डीजीपी अजय कुमार सिंह ने बीते छह मार्च को भी अपराध नियंत्रण और विधि व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की थी।बता दें आज की बैठक में पिछले दो सालों का प्रतिवेदित कांडो आंकड़ा,प्रतिवेदित और निष्पादित कांडों की सूची, संगठित अपराधियों के विरुद्ध की जा रही कार्रवाई,लंबित कांडों की विवरणी,मानव तस्करी के वैसे कांड जिसमें विक्टिम अभी तक मिसिंग है और वारंट और कुर्की निष्पादन की स्थिति की समीक्षा चर्चा की गयी।मालूम हो कि डीजीपी के द्वारा बुलाई गयी इस मीटींग में सभी जिलों के डीजी,एडीजी, आईजी,डीआईजी और सभी जिलों के एसपी शामिल हैं। वहीं इस बैठक के एजेंडे में राज्य के थानों में लंबित मामले भी महत्वपूर्ण मुद्दे हैं।साथ ही इस समीक्षा बैठक में पिछले दो साल के दर्ज मामलों के आंकड़े,प्रतिवेदित और निष्पादित केस की सूची के साथ साथ संगठित अपराधियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई पर चर्चा भी जारी है। वहीं इसके अलावा विभिन्न थानों में लंबित केस की लिस्ट और डिटेल्स,मानव तस्करी के वैसे मामले जिसमें विक्टिम अभी तक गुमशुदा है,साथ ही वारंट और कुर्की निष्पादन की स्थिति की समीक्षा भी की जा रही है।इसके अलावे राज्य पुलिस मुख्यालय में आयोजित इस मीटींग में सभी जिलों के एसपी और रेल एसपी के कामकाज की बारी बारी से समीक्षा की जा रही है।साथ ही इस बैठक में सभी जिलों में सक्रिय संगठित आपराधिक गैंग और उसके सदस्यों की गतिविधि पर भी चर्चा की जा रही है।अपराधिक मामले हत्या,लूट,डकैती,अपहरण और रंगदारी जैसी वारदातों को अंजाम देने वाले बड़े अपराधियों पर कार्रवाई के लिए बनी योजनाएं व उन पर कितना अमल किया गया है उसकी भी रिपोर्ट डीजीपी के सामने रखी गयी है।वहीं इस बैठक में सीआईडी आईजी असीम विक्रांत मिंज ने राज्यभर की आपराधिक परिद़ृश्य पर विस्तृत प्रतिवेदन दिया है।सीआईडी के अधिकारियों के द्वारा अनुसंधानित कांडों की जांच लंबित वारंट/कुर्की के निष्पादन में हो रहे विलंब तथा कठिनाइयों पर राज्य के सभी जिलों को जो दिशा-निर्देश दिए गए है उसकी रिपोर्ट भी सौंपी गई है।

