झारखंड पुलिस मुख्यालय सख्त:39 दुकानों से रांची में हो रही है गुटखे की आपूर्ति
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ब्यूरोचीफ,रांची:आप जो गुटखा, पान मसाला,जर्दा अपने दांतों तले चबा रहे हैं,वो आपके लिए तो जहर है।त्योहारी सीजन में गुटखा,पान मसाला की खपत बढ़ जाती है।यह गुटखा,पान मसाला कई बीमारियों का कारण है।मगर यह धंधेबाजों के लिए एक बड़ा कारोबार भी है।इस कारोबार से जुड़े लोग खुलेआम सबकी आंखों के सामने हर साल करोड़ों का करोबार कर रहे है।झारखंड में रोक के बाद भी गुटखा खुलेआम बिक रहा है।यह गुटखा झारखंड तक कानपुर, दिल्ली,बिहार,बंगाल, छत्तीसगढ़,ओड़िशा से पहुंच रहा है।मालवाहक वाहनों से झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिबंधित गुटखा, पान-मसाला व अन्य तंबाकू उत्पाद काफी मात्रा में हर माह पहुंचता हैं।यदि चेक पोस्टों पर मालवाहक वाहनों के डिलीवरी चालान की जांच की जाए,तो इस अवैध कारोबार का बड़ा खुलासा हो सकता है।यह जानकारी झारखंड पुलिस मुख्यालय तक पहुंची है।लिखित शिकायत में बताया गया है कि झारखंड में अवैध गुटखा बिक्री का करोबार 1000 करोड़ तक पहुंच गया है।इस कारोबार के बेखौफ संचालन के लिए गुटखा कंपनियों द़्वारा हर साल अवैध रुप से करोड़ों रुपए खर्च किए जाते है।दिल्ली और रांची के ब्रोकर कारोबारियों और सिस्टम के बीच बेहतर संबंध बनाए रखने में अपनी अहम भूमिका निभा रहे है।ब्रोकरो का संपर्क रजनीगंधा पान मसाला के डायरेक्टर राजेश गुप्ता और शिखर पान मसाला प्रमुख प्रदीप अग्रवाल से है।इन दोनों व्यक्तियों से दिल्ली का ब्रोकर पुलिस और सिस्टम को मैनेज करने की बातें करता है।पुलिस मुख्यालय को पत्र के माध्यम से बताया गया है कि रांची शहर के विभिन्न क्षेत्रों में कुल 39 ऐसे दुकानें है,जहां से गुटखा की होल सेलिंग होती है।इसमें अपर बाजार में 7, मेन रोड में 3,डोरंडा में 2, सेक्टर टू एचईसी में 2, धुर्वा-जेपी माकेर्ट में 4, चुटिया राममंदिर के पास एक दुकान,कांटाटोली में एक दुकान,रातू रोड में 4,प्यादा टोली में 2,पंडरा में 6, किशोरगंज में 2,अरगोड़ा में 1,कडरू में एक,कांके में 2, बिरयातू स्थित एक दुकान शामिल है।दुकानों के लोकेशन और संचालक की विस्तृत जानकारी पहली बार पुलिस को मिली है।जिसके आधार पर पुलिस गुटखा कारोबार के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई की तैयारी में जुट गया है।डीजीपी नीरज सिन्हा ने गुटखा के अवैध कारोबार के खिलाफ अभियान चलाने का निर्देश सभी जिलों के एसपी को दिया है।झारखंड में प्रतिबंधित गुटखा,पान मसाला व तंबाकू उत्पादों के अवैध कारोबार में लिप्त राज्य के बाहर के बड़े पूंजीपति बेखौफ होकर गुटखा आदि उत्पादों की एंट्री झारखंड में करा रहे हैं।इस अवैध कारोबार से झारखंड सरकार को करोड़ों के राजस्व का चूना लग रहा है।वहीं, आमजनता की जेब पर भी असर हो रहा है।क्योंकि चोरी-छिपे गुटखा,पान मसाला की बिक्री निर्धारित दर से अधिक दाम पर की जाती है।उनकी मानें,तो उन्हें माल भेजने के एवज में चेकपोस्ट पर चढ़ावा चढ़ाना पड़ता है।इस वजह से उत्पाद ऊंचे दर पर बेचना मजबूरी है।राजधानी रांची में गुटखा, पान मसाला कंपनियों से सीएनएफ लेने वाले लोग है। रांची से ही गुटखा की होल सेलिंग और खुदरा करोबार होता है।शिकायकर्ता ने रांची के विभिन्न इलाकों में होल सेलिंग का काम करने वाले दुकानों की संख्या भी बताया है।किस क्षेत्र में कौन व्यापार कर रहा है,इसकी पूरी जानकारी दी गई है।बताया गया है कि अपर बाजार के गोपालगंज नामक जगह में बोरा वाला नामक व्यक्ति रजनीगंजा की होल सेलिंग करता है।वहीं सीएनएफ लेने वाले कई कारोबारी गोदाम और अपने घर से खुलेआम गुटखा का डिस्ट्रीव्यूशन करते है।इनसे माल उठाकर होल सेलर छोटे वितरकों के माध्यम से गुटखा, पान-मसाला व अन्य तंबाकू उत्पादों को स्थानीय स्तर पर शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में खपाने का काम कर रहे हैं। गुटखा,पान-मसाला व अन्य तंबाकू उत्पादों को स्थानीय स्तर पर शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में खपाया जाता है।इससे एक ओर जहां आम जनता की जेब ढीली हो रही है,वहीं अवैध कारोबारी मालामाल हो रहे हैं।