बिहार शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने दिया धरना,नई शिक्षक नियमावली का किया विरोध।●नियमावली में संशोधन कर सभी शिक्षकों को सामंजित करे सरकार●


जमुई(बिहार)।आज बिहार शिक्षक संघर्ष मोर्चा के तले राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत जिले के कचहरी चौक स्थित डॉ भीमराव अंबेडकर प्रतिमा स्थल के पास जिले भर के सैकड़ों शिक्षकों ने बिहार सरकार के द्वारा बनाए नए अध्यापक नियुक्ति नियमावली 2023 के विरोध में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया।उक्त धरना प्रदर्शन राज्य स्तर पर कई शिक्षक संगठनों के स्तर से बने मोर्चा के आह्वान पर किया गया था।मोर्चा के प्रदेश नेतृतत्वकर्ता राहुल कुमार सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई जबकि मंच संचालन जिला अध्यक्ष वीरेंद्र पासवान ने किया।श्री सिंह ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा नई नियमावली 2023 में पूर्व से कार्यरत शिक्षकों को फ्रेशर अभ्यर्थियों की तरह परीक्षा देने का बेतुका फरमान जारी किया है किंतु सरकार के आदेश से बिहार के सभी 4 लाख शिक्षक आक्रोशित हैं।जब तक सरकार उक्त नियमावली में संशोधन कर सभी कार्यरत शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा नहीं दे देती है तब तक चरणबद्ध आंदोलन के तहत सभी शिक्षक संघर्ष करते रहेंगे।मोर्चा के जिला अध्यक्ष सह टेट/एसटेट उतीर्ण नियोजित शिक्षक संघ(गोपगुट)के जिलाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार एवं मोर्चा के प्रदेश संगठन के नेता सुबोध यादव ने बताया कि अपने पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम के तहत आगामी 30अप्रैल को पूरे बिहार के शिक्षक पटना में एकजुट होकर सरकार के विरुद्ध जोरदार प्रदर्शन करेंगे और नई नियमावली में हर हाल में संशोधन करवाकर ही दम लेंगे।सरकार ने पूर्व नियोजित शिक्षकों के साथ धोखा किया है।
अंत में शिक्षकों का एक शिष्टमंडल जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में जिला पंचायतीराज पदाधिकारी के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री बिहार के नाम एक ज्ञापन सौंपा।धरना कार्यक्रम में टीईटी शिक्षक संघ के जिला सचिव चंदन कुमार सिंह टीएसयूएनएसएस(गोपगुट)के सरजीत कुमार,राजीव कुमार,विश्वबंधु शशिप्रभा,चन्द्रशेखर,सुमन्त कुमार सोनू,चंद्रगुप्त रविन्द्र कुमार,अभिषेक कुमार सिंह,राजकुमार सिंह,कल्पना कुमारी,प्रमोद कुमार,संजीत कुमार,पंकज कुमार,अभिषेक राज,विरेंद्र कुमार,मनोरंजन कुमार समेत दर्जनों शिक्षक उपस्थित थे।