बिहार रेजीमेंट केंद्र ने किया कारगिल युद्ध के जीवित योद्धाओं की मेजबानी
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दानापुर(बिहार)।बिहार रेजीमेंट केंद्र ने 08 जून 2024 को कारगिल युद्ध के बहादुर सैनिकों को याद कियाI युद्ध में सक्रिय भाग लेने वाली रेजीमेंट की पहली बिहार बटालियन को सेना प्रमुख प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया और 28 वीरता पुरुस्कारों के साथ कारगिल थियेटर सम्मान और बटालिक बैटल सम्मान से नवाजा गया।इस मौके पर रेजीमेंट के कई युद्ध नायकों में से दो युद्ध नायकों ब्रिगेडियर सेवानिवृत ओ.पी.यादव युद्ध सेवा मेडल(तत्कालीन कमान अधिकारी)और सूबेदार मेजर(मानद कप्तान)सेवानिवृत शत्रुघन सिंह,वीर चक्र तत्कालीन नायक की मेजबानी करने का सौभाग्य मिला।ब्रिगेडियर ओम प्रकाश यादव युद्ध सेवा मेडल को बटालियन के कमान अधिकारी रहते हुए अद्वितीय नेतृत्व एवं उत्तम युद्ध कौशल के लिए ‘युद्ध सेवा मेडल” से सम्मानित किया गया।सूबेदार मेजर(मानद कप्तान)शत्रुघन सिंह,वीर चक्र तत्कालीन नायक ने भी इसी महा युद्ध में अपनी वीरता और अदम्य साहस का प्रमाण देते हुए दुश्मन के दो सैनिकों को मार गिराया और अपने साथियों की जान बचाई।आपने दुश्मन की चौकी के 100 मीटर के दायरे में 11 दिनों तक बिना भोजन और पानी के खुद को जीवित रखा और 3 किलोमीटर से अधिक की दूरी तक रेंगते हुए अपने निजी हथियार,गोला-बारूद और दुश्मन सैनिक से बरामद दस्तावेजों के साथ अपने बेस पर पहुंचे।आपकी वीरता,दृढ़ संकल्प और कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए आपको ‘वीर चक्र’ से सम्मानित किया गया।
अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान दोनों युद्ध नायकों ने आरा के सिपाही विद्यानंद सिंह,सेना मेडल(मरणोपरांत)की 25वीं पुण्यतिथि में शामिल होकर उनके परिवारजनों से मुलाकात की।बिहार रेजीमेंट केंद्र के दौरे के दौरान ब्रिगेडियर ओम प्रकाश यादव युद्ध सेवा मेडल ने सर्वप्रथम वीर स्मृति स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को नमन किया एवं प्रशिक्षण क्षेत्र के दौरे के साथ-साथ अग्निवीरों का मार्गदर्शन कर उनका हौसला बढ़ाया।इसके उपरांत बिहार रेजीमेंट केंद्र में नवनिर्मित फाइबर मॉडलों से बनाये गए सेंड मॉडल रूम का उदघाटन किया।इस दौरान बिहार रेजीमेंट केंद्र के समादेष्टा ब्रिगेडियर कमलदीप जसपाल समेत केंद्र के अन्य अधिकारीगण भी मौजूद रहे।बिहार रेजीमेंट केंद्र के अधिकारी मैस और सरदार साहिबान मेस में एक सोशल इवनिंग का आयोजन किया जहां पर रेजीमेंट केंद के समस्त अधिकारी और सरदार साहिबानों से मुलाकात की।साथ ही मौर्य रेजीमेंट संग्रहालय का भी दौरा किया जहां मेजर आदित्य कुमार आनंद ने संग्रहालय के बारे में बताया।