झारखंड में एटीएस क्यों हुआ सक्रिय,जानिए क्या है इसके पीछे की रणनीति?
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रांची(झारखंड)।झारखंड में लंबे समय से अपराध और अपराध की घटनाएं सामने आ रही है।कई आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर रही है।लेकिन इसके बावजूद भी कुछ ऐसे अपराधी है जो या तो जेल में बंद है या भारत छोड़ कर बैठे है और दूसरे देश से ही यहां आतंक फैलाते है।जिससे लगातार सरकार और पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े होते है।इसलिए सरकार ने संगठित अपराध करने वाले या फिर गिरोह के तांडव को खत्म करने का निर्णय लिया है।इसके लिए जिला पुलिस के अलावा झारखंड एटीएस को भी जिम्मा दिया गया है।एटीएस ने कार्रवाई शुरू कर दी है।एटीएस पिछले 6 महीने से अच्छा काम कर रहा है।कई अपराधी गिरोह के लोग उसके निशाने पर है।अमन साव गिरोह के कई लोगों को एटीएस ने पकड़ा है।इसके अलावे प्रिंस खान के भी गुर्गों को पकड़ा जा रहा है।●तीनों अमन पर रखी जा रहीं नजर●एटीएस ने पूरी रणनीति बनाई है और सर्विलांस के माध्यम से वह आपराधिक गिरोह के सदस्यों को ट्रैक करने का प्रयास किया जा रहा है।उल्लेखनीय है कि प्रिंस खान हो या फिर अमन साव या फिर अमन श्रीवास्तव गिरोह के गुर्गों पर नजर रखी जा रही है।इन आपराधिक गिरोह के सदस्य व्यापारी,ठेकेदार जैसे लोगों से रंगदारी की लगातार मांग कर रहे हैं।●संपत्तियों को भी अटैच करने की हो रही तैयारी●हाल ही में यह खबर सामने आ रही थी कि झारखंड में एटीएस कुख्यात अपराधी अमन साहू पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार झारखंड एटीएस जेल में बंद अमन साहू की सारी चल-अचल संपत्ति के साथ अलग-अलग जगहों पर किए गए निवेश का ब्योरा भी जुटा रही है।इसके साथ ही एटीएस अमन साहू की मां किरण देवी,पिता निरंजन प्रसाद साहू समेत उसके भाई के नाम पर खरीदे गए जमीन की जानकारी जुटाने में जुट गई है।इसके लिए एटीएस ने पांच जिलों के निबंधन कार्यालय से जानकारी मांगी है।एटीएस को यह जानकारी मिली थी कि अमन साहू कारोबारियों से पैसे ऐठने के बाद उन पैसों से अपने परिवार के नाम से जमीन खरीदता था।जिसे एटीएस जब्त करने की कवायद में है।

                        
                                    
                                    
                                    
                                    
                                    
                                
                                
                                
                            
                            
                            