मुख्यमंत्री ने 342.31 करोड़ रुपये लागत की विभिन्न पुलिस भवनों का उद्घाटन तथा 684.17 करोड़ रुपये लागत की विभिन्न पुलिस भवनों का किया शिलान्यास
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पटना(बिहार)।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 342.31करोड़ रुपये की लागत से नवनिर्मित विशेष सुरक्षा दल भवन पटना, वरीय पुलिस अधीक्षक कार्यालय गया,बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग,केन्द्रीय चयन पर्षद(सिपाही भर्ती) एवं 74 थाना भवन सहित कुल 174 पुलिस/गृह रक्षा वाहिनी/अग्निशमन भवनों का उद्घाटन किया तथा 684.17 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होनेवाले 108 थाना भवनों सहित कुल 150 पुलिस भवनों का शिलान्यास किया।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सबसे पहले 5, हार्डिंग रोड स्थित नवनिर्मित बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग के कार्यालय भवन तथा केंद्रीय चयन पर्षद(सिपाही भर्ती) कार्यालय के भवन का शिलापट्ट अनावरण कर एवं फीता काटकर उद्घाटन किया।उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित भवन का तथा परिसर का निरीक्षण भी किया।इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने डॉ.श्रीकृष्ण सिंह पथ स्थित नवनिर्मित विशेष सुरक्षा दल केंद्र में रिमोट के माध्यम से 173 पुलिस/गृह रक्षा वाहिनी/अग्निशमन भवनों का उद्घाटन तथा 150 पुलिस भवनों का शिलान्यास किया।मुख्यमंत्री ने विशेष सुरक्षा दल के नवनिर्मित प्रशासनिक भवन एवं आवासीय परिसर का निरीक्षण भी किया।मुख्यमंत्री ने परिसर में पौधारोपण भी किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 174 भवन का उद्घाटन किया गया है,जिसकी लागत राशि 342 करोड़ 31 लाख रुपये है,जिसमें 74 थाना भवन, पटना विशेष सुरक्षा दल का प्रशासनिक भवन एवं आवासीय परिसर,बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग एवं केंद्रीय चयन पर्षद(सिपाही) भर्ती का कार्यालय भवन, हाजीपुर में गृह रक्षा वाहिनी हेतु प्रशिक्षण संस्थान,वरीय पुलिस अधीक्षक,गया का कार्यालय भवन,पटना में स्टेट साइबर क्राइम फॉरेंसिक लेबोरेट्रीज सह प्रशिक्षण केंद्र का भवन और 08 जिलों में विशेष सशस्त्र पुलिस बल के लिए बैरक,प्रशासनिक भवन, ट्रेनिंग,क्लास रुम आदि का उद्घाटन किया गया है।साथ ही 150 भवनों का शिलान्यास किया गया है,जिसकी लागत राशि 684 करोड़ 17 लाख रुपये है।इसमें 108 थाना भवन,दरभंगा में वरीय पुलिस अधीक्षक का कार्यालय, खगड़िया,लखीसराय और सारण में सिपाही बैरक और नवादा में गृह रक्षा वाहिनी का कार्यालय और आवासीय परिसर आदि शामिल है। उन्होंने कहा कि विशेष सुरक्षा बल का प्रशासनिक भवन और आवासीय परिसर बनाया गया है,जिसकी लागत 22 करोड़ 74 लाख रुपये है। बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग एवं केंद्रीय चयन पर्षद(सिपाही)भर्ती का कार्यालय भवन की लागत राशि 8 करोड़ 16 लाख रुपये है।मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने पहले कहा था कि जिन थानों का अपना भवन नहीं है उन थानों के भवन का शीघ्र निर्माण कराएं।बड़े स्तर पर थाना के भवनों का निर्माण कराया गया है।जो भी बचे हुए चार थाने हैं उसके भवनों का भी निर्माण कार्य तेजी से पूर्ण कराएं।बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम पहले बंद हो रहा था उसको हमने वर्ष 2007 में शुरू करवा दिया।यह बेहतर ढंग से कार्य कर रहा है।बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम द्वारा कई अच्छी बिल्डिंग बनाई गई है।जो निर्माणाधीन भवन हैं, उसका निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करें।बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम को बेहतर ढंग से कार्य करते रहना है।नवनिर्मित भवनों के मेंटेनेंस पर भी ध्यान बनाए रखना है। इसके लिए अगर और अधिकारियों एवं कर्मचारियों की आवश्यकता हो तो उसकी भी बहाली कराएं। वर्ष 2021में हमने कहा था कि बचे हुए काम को अगर जल्दी पूरा नहीं कीजिएगा तो मैं कार्यक्रम में नहीं आऊंगा। आपलोगों ने काम पूरा किया तो मैं फिर आज आपके कार्यक्रम में आया हूं।उन्होंने कहा कि हम खुद जाकर देखते रहते हैं कि काम ढंग से हो।बिहार में जितनी महिला पुलिस की संख्या हैं उतनी किसी अन्य राज्य में नहीं है।पहले पुलिस भवनों की हालत अच्छी नहीं थी लेकिन आज उसकी स्थिति अच्छी हो गयी है।थानों में महिलाओं की सभी सुविधाएं उपलब्ध रखनी हैं।थाने का भवन भी सुंदर बनाया गया है।थाने के ऊपर ही रहने के लिए भी व्यवस्था कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने सभी थानों में लैंडलाइन की व्यवस्था को दुरुस्त कराया है ताकि पता चल सके कि पुलिस अपनी ड्यूटी में तैनात हैं कि नहीं।सभी थानों में लैंडलाइन हमेशा फंक्शनल रखें।पदाधिकारी क्षेत्र में जाकर स्थिति की जानकारी लेते रहें।लोगों की सुरक्षा के लिए रात-दिन पेट्रोलिंग करें और देखते रहें कि कहीं कोई अपराध नहीं करे।उन्होंने कहा कि हम किसी दिन औचक निरीक्षण में थाना भी पहुंचेंगे।पदाधिकारियों की ड्यूटी का भी हम निरीक्षण करेंगे।अगर किसी आरोपी को पकड़ते हैं तो उसको थाने में ठीक ढंग से रखें।उन्होंने कहा कि हमने जितना सुझाव दिया है उस पर अमल कीजिए और अच्छे से काम कीजिए।जिसको जो काम दिया गया है वो अपना काम ईमानदारी से करें।अगर कोई गड़बड़ करता है तो उस पर कार्रवाई करें।हम सभी को पुलिस पर बहुत भरोसा है। आप हमेशा सक्रिय बने रहिए।पुराने जो भी कार्य किए गए हैं उसे भी सुरक्षित रखें।आजकल लोग मोबाइल पर ज्यादा काम कर रहे हैं,मोबाइल का सदुपयोग करें साथ ही कागज का भी उपयोग करें।उन्होंने कहा कि जितनी जल्दी हो बाकी बची हुई रिक्तियों को भरें।जिनकी बहाली होती है उनकी ट्रेनिंग भी ठीक ढंग से कराएं।इसके साथ ही मैं आप सबको एक बार फिर बधाई देता हूं।कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री का पुलिस महानिदेशक-सह-अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक,बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम विनय कुमार ने हरित पौधा एवं प्रतीक चिह्न भेंटकर स्वागत किया।कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम की स्मारिका का विमोचन भी किया।कार्यक्रम के दौरान बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम के कार्यों पर आधारित एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गई।कार्यक्रम के दौरान नवनिर्मित राजकीय साइबर अपराध फॉरेंसिक प्रयोगशाला सह प्रशिक्षण केन्द्र,आर्थिक अपराध इकाई, पटना से पुलिस उप महानिरीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लो,गया के वरीय पुलिस अधीक्षक के नवनिर्मित कार्यालय से वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष भारती,मधुबनी में नवनिर्मित अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति सह महिला थाना तथा आवास एवं बैरक से मधुबनी के पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार,वैशाली जिलान्तर्गत हाजीपुर में गृह रक्षा वाहिनी प्रशिक्षण संस्थान से समादेष्टा डॉ. एके प्रसाद तथा भागलपुर में नवनिर्मित क्षेत्रीय विज्ञान प्रयोगशाला के पदाधिकारियों/कर्मचारियों का कार्यालय एवं आवासीय भवन से निदेशक चंदन कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़कर उद्घाटन किए गए भवनों एवं वहां की व्यवस्थाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव,भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, मद्य निषेध,उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार,मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार,मुख्य सचिव आमिर सुबहानी,बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग के अध्यक्ष के.एस.द्विवेदी,केंद्रीय चयन पर्षद(सिपाही भर्ती के अध्यक्ष एस.के.सिंघल,पुलिस महानिदेशक आरएस भट्ठी,गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद,पुलिस महानिदेशक,निगरानी आलोक राज,पुलिस महानिदेशक-सह-अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक,बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम विनय कुमार,मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारीगण,विशेष सुरक्षा दल के पदाधिकारीगण एवं पुलिसकर्मीगण उपस्थित थे, जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वरीय पुलिस पदाधिकारीगण भी जुड़े थे।