राज्य की बिगड़ी आर्थिक हालत पर सरकार श्वेत पत्र जारी करें:विजय कुमार सिन्हा
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पटना ब्यूरो।बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बयान जारी कर कहा कि विनियोग विधेयक पारित कराते समय 23-24 के बजट के आकार की वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी द्वारा प्रशंसा किया जाना राज्य की जनता के साथ छलावा है।श्री सिन्हा ने कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष शुरू होने के समय राज्य पर कुल257,510.22(दो लाख संतावन हजार पांच सौ दस करोड़ बाईस लाख)रुपया कर्ज था।इस परिस्थिति में राज्य का कुल बजट 262085.40 करोड़ होना यह दर्शाता है कि राज्य की वित्तीय स्थिति नाजुक हो गई है।कुल कर्ज से मात्र 4574 करोड़ का अधिक का बजट होना अपने आप में सरकार की आर्थिक बदहाली का द्योतक है।श्री सिन्हा ने कहा कि 23-24 में सरकार द्वारा 41913.13 करोड़ रुपया ब्याज एवं ऋण वापसी मद में व्यय किया जाना है।स्कीम मद में 1 लाख करोड़ का प्रावधान है जो कुल बजट का 38.20%है।स्थापना एवं प्रतिबद्ध व्यय में 61.80% व्यय है।इस परिस्थिति में राज्य को यथास्थिति में रखना सरकार की बाध्यता हो गई है।श्री सिन्हा ने कहा कि विनियोग विधेयक पर सदन में उत्तर देने के समय सरकार को अपनी ध्वस्त आर्थिक हालत को बदलने का रोड मैप देना चाहिए था लेकिन वित्त मंत्री ने अपने भाषण का तीन चौथाई समय प्रतिपक्ष को उपदेश देने में व्यतीत किया।नेता प्रतिपक्ष ने आश्चर्य व्यक्त किया कि गृह विभाग का बजट हमेशा बड़ा रहता है और 23-24 में भी 14266.52 करोड़ है लेकिन राज्य में अभी भी 471 थाना भवनहीन है।राज्य में 11 पुलिस लाइन भी भवनहीन है ऐसे में पता नहीं सरकार बजट का पैसा कहां खर्च करती है।श्री सिन्हा ने कहा कि सरकार को अपनी आर्थिक हालत पर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए।