बिहार के बुनकरों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कल देंगे बड़ी सौगात,हैंडलूम में रोजगार सृजन के बड़े लक्ष्यों के साथ मनाया जाएगा राष्ट्रीय हथकरघा दिवस: शाहनवाज हुसैन
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पटना ब्यूरो:बिहार के बुनकरों को कल यानी रविवार को मिलेगी बड़ी सौगात।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार के बुनकरों के लिए बड़ी घोषणाएं करेंगे। हैंडलूम में रोजगार सृजन के बड़े लक्ष्यों के साथ मनाया जाएगा राष्ट्रीय हथकरघा दिवस।ये बातें बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने राष्ट्रीय हथकरघा दिवस की पूर्व संध्या पर कही। 7अगस्त 2022 को पूरे देश में राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाया जा रहा है।इस खास मौके पर बहुत से राज्य हैंडलूम के अपने पारंपरिक उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए कार्य़क्रम कर रहे हैं। बिहार में भी राष्ट्रीय हथकरघा दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे और बिहार के बुनकरों को प्रोत्साहित करने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं होंगी।राष्ट्रीय हथकरघा दिवस समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद,रेणु देवी,उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के साथ राज्य के विभिन्न जिलों से आए बुनकर शामिल होंगे।
रविवार को सुबह 11.30 बजे होने वाले राष्ट्रीय हथकरघा दिवस कार्य़क्रम के बारे में जानकारी देते हुए बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार के उद्योग मंत्री का जिम्मा संभालने के बाद से मैं लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में बिहार के पारंपरिक उद्योगों को मजबूती प्रदान करने के लिए प्रयासरत्त रहा हूं।पूरे देश में मनाया जा रहा आठवां राष्ट्रीय हथकरघा दिवस बिहार में भी हैंडलूम में रोजगार सृजन के बड़े लक्ष्यों के निर्धारण के साथ इस प्रक्षेत्र से जुड़े बुनकरों और अन्य सभी लोगों की बेहतरी के मकसद से मनाया जा रहा है।उन्होंने कहा कि हमने जितनी शिद्दत से बिहार के उद्योग मंत्री के रुप में राज्य के बुनकरों और सभी पारंपरिक उद्योगों से जुड़े उद्यमियों व अन्य लोगों के हित में कारगर योजनाओं के लिए उनकी चिंता की है, उसी संकल्प और इरादे से आगे भी काम करते रहेंगे। सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि हैंडलूम सेक्टर आजादी पूर्व से ही देश के ग्रामीण इलाकों और छोटे छोटे शहरों में रोजगार के साधन उपलब्ध कराता रहा है।उन्होंने कहा कि 7अगस्त 1905 को शुरु हुए स्वदेशी आंदोलन को मजबूती प्रदान करने में देश के जिन पारंपरिक उद्योगों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई उनमें हैंडलूम और देश के बुनकरों का योगदान अप्रतिम रहा।इसलिए राष्ट्रीय हथकरघा दिवस न सिर्फ देश की आजादी और स्वाभिमान की रक्षा में अद्वीतीय योगदान देने वाले राष्ट्रप्रेमियों को सलाम है बल्कि देश के उत्कृष्ट शिल्प कौशल का भी प्रोत्साहन है।सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा हैंडलूम सेक्टर में 70 प्रतिशत से अधिक महिलाएं कार्यरत्त होती हैं इसलिए ग्रामीण इलाकों की महिलाओं के सशक्तिकरण के लिहाज से भी राज्य में हैंडलूम को प्रोत्साहित करना और सभी बुनकरों को मजबूती प्रदान करना जरुरी है।सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में हमने हमेशा राज्य के बुनकरों की फिक्र की।उन्होंने कहा कि कोरोना से प्रभावित बुनकरों की जिंदगी पटरी पर लाने के लिए दस दस हजार की कार्य़शील पूंजी दी गई है तो कुप्रथा को खत्म करने के लिए सैंकड़ों बुनकर महिलाओं को थाई रीलिंग मशीनें वितरित की। उन्होंने कहा कि राज्य और राज्य के बाहर प्रदर्शनियों और मेलों के जरिए भी मेड इन बिहार उत्पादों को प्रोत्साहित किया जिसमें राज्य के हैंडलूम सेक्टर और बुनकरों को जबरदस्त लाभ हुआ ।
उन्होंने कहा रविवार का दिन, राष्ट्रीय हथकरघा दिवस का दिन बिहार के बुनकरों के लिए बेहद खास होगा जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनसे सीधे मुखातिब होंगे और उनसे सीधा संवाद करेंगे।