कांग्रेस-राजद ने हमेशा अति पिछड़ा वर्ग को ठगा,नीतीश कुमार ने दिया सम्मान और अधिकार:मोहम्मद नौशाद कैयाम
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जमुई ब्यूरो।जद(यू)के जिला उपाध्यक्ष ने कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल पर अति पिछड़ा समुदाय को हमेशा ठगने का आरोप लगाया है।जद(यू)उपाध्यक्ष मोहम्मद नौशाद कैयाम ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सच्चे अर्थों में अति पिछड़ा समुदाय को अधिकार और सम्मान दिया है।जद(यू)उपाध्यक्ष मोहम्मद नौशाद कैयाम ने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि उसने 15 वर्षों के शासन में न तो अति पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन किया और न ही उनके अधिकारों की रक्षा के लिए कोई ठोस कदम उठाया।इसी तरह कांग्रेस पार्टी ने भी अपने दशकों के शासनकाल में अति पिछड़ों की उपेक्षा की,काका कालेलकर आयोग की सिफारिशों को ठुकराया और आरक्षण व्यवस्था को कमजोर किया।उन्होंने कहा कि आज जब नीतीश कुमार ने अति पिछड़ा वर्ग विभाग और आयोग बनाकर मजबूत रोडमैप तैयार कर दिया है,तब विपक्ष चुनावी मौसम देखकर दिखावटी घोषणाओं का सहारा ले रहा है।बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सत्ता में आते ही अति पिछड़ा वर्ग आयोग और विभाग का गठन किया।इसके अलावा,पंचायत और नगर निकाय चुनावों में 20% आरक्षण लागू किया गया और न्यायिक सेवाओं तक में आरक्षण सुनिश्चित कराया।जिलों में जननायक कर्पूरी ठाकुर छात्रावास की स्थापना कर छात्र-छात्राओं के लिए शिक्षा व छात्रवृत्ति का भी प्रावधान किया गया है।जद(यू)नेता ने दावा किया कि पंचायतों और नगर निकायों में दिए गए आरक्षण के चलते ही बिहार से नक्सल आंदोलन को खत्म करने में सफलता मिली और जिन हाथों में कभी हथियार थे,मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिए अधिकारों के कारण उन हाथों में अब कलम आ गई है।मोहम्मद नौशाद कैयाम ने अति पिछड़ा समुदाय के शैक्षणिक सशक्तिकरण के क्षेत्र में लागू की गई योजनाओं पर भी जोर दिया,जिनमें मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना और मुख्यमंत्री अत्यंत पिछड़ा वर्ग मेधावृत्ति योजना शामिल हैं।जिनसे लाखों छात्र-छात्राएं लाभान्वित हुए हैं।राजद पर प्रहार करते हुए उन्होंने लालू प्रसाद यादव पर जननायक कर्पूरी ठाकुर द्वारा लागू अति पिछड़ों के आरक्षण को खत्म करने की कोशिश करने का आरोप लगाया।उन्होंने कहा कि उस समय जनता दल के नेता नीतीश कुमार ने इसका डटकर विरोध किया और कर्पूरी ठाकुर के आरक्षण फार्मूले को कायम रखने की मांग की,जिसके कारण लालू यादव अपनी मंशा पूरी नहीं कर पाए।यदि किसी नेता ने वास्तव में कर्पूरी ठाकुर के सपनों को साकार किया है,तो वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं।उन्होंने पंचायती राज और नगर निकाय संस्थाओं में अति पिछड़ों,दलितों और सभी वर्गों की महिलाओं को आरक्षण देकर सामाजिक न्याय को धरातल पर उतारा है,साथ ही शराबबंदी जैसे सामाजिक आंदोलन से समाज को नई दिशा दी है।

