झारखंड:मुख्यमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव अरुण एक्का को शो-कॉज करेगी राज्य सरकार
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ब्यूरोचीफ,रांची:राज्य में लगातार ईडी और घोटालों की खबरों के बाद आए दिन एक नया चेहरा निकल कर सामने आ रहा।अभी पिछले दिनों ही सीएम के पूर्व प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का के विवादास्पद विडीयो वायरल होले के बाद से तमाम मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों के साथ-साथ इस मामले ने भी अब तूल पकड़ लिया हैं।भाजपा के विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने अपने निजी ट्वीटर एकाउंट से ट्वीट कर राज्य सरकार के प्रधान सचिव पर अनेको गंभीर आरोप लगाए।जिसके बाद रातोंरात अरुण एक्का का तबादला कर दिया गया।वहीं अब सत्ता के गलियारे से खबर है कि राज्य सरकार मुख्यमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का को जल्द शो-कॉज नोटिस जारी करेगी।खबर है कि बाबूलाल के ट्वीटर से वायरल हुए वीडियो को लेकर सरकार गंभीर है।वहीं सुत्रों के हवाले से खबर है कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्मिक विभाग एक-दो दिन में नोटिस जारी करेगा। हालांकि राज्य में पिछले जून से साहिबगंज मामले के उठने के बाद से ही भाजपा लगातार राज्य सरकार को घेरने में लगी हुई है।वहीं अब सीएम के प्रधान सचिव का इस प्रकार से गंभीर विवादों में घिरना भाजपा के तरकश का नया व अभेद तीर साबित होता जा रहा।बता दें भाजपा आईएएस राजीव अरुण एक्का के सहारे हेमंत सरकार को घेरने में जुटी है।भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने एक वीडीयों का हवाला देते हुए बताया कि सीएम के प्रधान सचिव सरकारी फाइलो का निपटारा असंवैधानिक तौर पर सरकार कार्यालय के बाहर कर रहें।बता दें एक्का को लेकर पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने गंभीर आरोप लगाए है।उन्होंने एक्का से जुड़े एक वीडियो क्लिप को लेकर उनपर गंभीर आरोप लगाया वहीं इस ट्रांसफर को इसी मामले से जोड़कर देखा जा रहा है। बता दें पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने 5 मार्च रविवार को भाजपा कार्यालय में एक वीडियो जारी कर आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव और गृह सचिव राजीव अरुण एक्का पावर ब्रोकर विशाल चौधरी के घर फाइल निबटा रहे थे। इधर भाजपा नेताओं द्वारा वीडियो जारी करने के तुरंत रातोंरात सरकार के प्रधान सचिव अरून एक्का को मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के पद से हटाते हुए पंचायती राज विभाग में उनका तबादला कर दिया गया। उधर इस मामले के तूल पकड़ने के बाद अब उनसे स्पष्टीकरण की पूछताछ कर आगे की कार्यवाही की जायेगी।मालूम हो कि कानूनी तौर पर सर्विस कोड उल्लंघन साबित होने की स्थिति में उनको दंडित भी किया जा सकता है।वहीं इस मामले को लेकर भाजपा ने राज्यपाल से लेकर ईडी तक को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है।बता दें अरुण एक्का प्रकरण को लेकर भाजपा ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मिलकर सीबीआई जांच करने की मांग को लकर ज्ञापन भी सौंपा था।इसके अलावा बीते गुरुवार नौ मार्च, 2023 को भाजपा ने प्रवर्तन निदेशालय(ईडी)को भी इस संबंध में कार्रवाई के लिए एक ज्ञापन सौंपा है।इधर खबर है कि इस दौरान भाजपा ने ईडी को एक पेन ड्राइव भी सुपुर्द किया है। जिसमें राजीव अरुण एक्का का वही वीडियो क्लिप है। जिसमें वह विशाल चौधरी के दफ्तर में बैठकर कथित तौर पर सरकारी फाइलें निबटा रहे हैं।भाजपा ने सीएम के प्रधान सचिव पर पद के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कड़ी कर्रवाई की मांग भी की साथ ही एक्का पर अरोप भी लगाया कि पावर ब्रोकर विशाल चौधरी के जरिए मोटी रकम की वसूली की गयी है। भाजपा नेताओ ने कहा कि पूर्व प्रधान सचिव पर मनी लॉउंड्रिंग का मामला भी बनता है।इन सब आरोपों के बीच अरुण एक्का ने पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी द्वारा लगाये गये आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। साथ ही कहा है कि 30 साल का मेरा करियर बेदाग रहा है और मुझ पर लगाये गये आरोप राजनीति से प्रेरित हैं।

