एलएनजेपी में 400 बेड का अस्पताल इस साल होगा शुरु:मंगल पांडेय
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पटना।बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बुधवार को राजवंशीनगर स्थित लोकनायक जयप्रकाश नारायण (एलएनजेपी)हड्डी अस्पताल का निरीक्षण किया जहां अस्पताल परिसर में 400 बेड का नया हॉस्पिटल भवन(विस्तारित)बनाया जा रहा है।इस दौरान बिहार चिकित्सा सेवा एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड(बीएमएसआईसीएल)के एमडी धर्मेंद्र कुमार व अस्पताल के निदेशक डॉ सुभाष चंद्र के अलावे कई अधिकारी मौजूद रहे।श्री पांडेय ने बताया कि यह एकल विशेषज्ञता वाले अस्पताल का निर्माण कार्य इस साल अगस्त माह तक पूर्ण कर जनमानस के उचित इलाज के लिए समर्पित कर दिया जाएगा।बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग लगातार राज्य की गरीब जनमानस को त्वरित एवं फ्री इलाज मुहैया कराने की दिशा में अग्रसर है।वहीं केंद्र व राज्य सरकार की डबल इंजन की सरकार मध्यम आय वालों,गरीबों व वंचितों को चिकित्सीय सहायता सुलभ करा रही है।श्री पांडेय ने कहा कि हड्डी पीड़ित रोगियों को एक ही छत के नीचे चिकित्सा के अन्य सभी सहायक संसाधन मिलेंगे।नए केंद्र में अल्ट्रासाउंड,एमआरआई,सीटी स्कैन,डिजिटल एक्स-रे,मॉड्यूलर ओटी,स्पोर्ट्स इंज्यूरी सेंटर समेत अन्य जांच सुविधाएं उपलब्ध किए जा रहे हैं।जिससे रोगी की त्वरित व उचित इलाज संभव हो पाएगी।हड्डी रोगियों के लिए बेड की कमी के मद्देनजर राजवंशी नगर में 400 बेड का अस्पताल राज्य का पहला और देश का दूसरा सबसे बड़ा हड्डी और स्पाइन का अस्पताल होगा।अस्पताल में हड्डी के मरीजों के लिए ग्राउंड प्लस छह मंजिला इमारत होंगे।श्री पांडेय ने कहा कि नए केंद्र में सभी आधुनिक सुविधाएं और परीक्षण और उपचार के लिए नवीनतम मशीनें होंगी।जिसमें 30 बेड का अत्याधुनिक ट्रॉमा सेंटर भी होगा।नई सुविधा में स्पोर्ट्स इंजरी यूनिट भी होगी।जिसमें हर समय सर्जरी करने के लिए छह नए मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर के अलावा ट्रॉमा और इमरजेंसी सुविधाएं भी होंगी।हाल के दिनों में ऑर्थाेपेडिक समस्याओं की संख्या में वृद्धि देखी गई है,जिसका मुख्य कारण शहरी लोगों की जीवनशैली में बदलाव,शारीरिक गतिविधियों या व्यायाम की कमी,फास्ट फूड का सेवन और सड़क दुर्घटनाएं हैं।ज्यातर मामलों में लोगों को कई हड्डियों में चोट लगती है,जिससे कूल्हे,कंधे और यहां तक कि सिर और चेहरे की हड्डियों में फ्रैक्चर हो जाता है।ऐसे मामलों में तत्काल चिकित्सा सहायता ही एकमात्र विकल्प है।उन्होंने कहा कि एलएनजेपीएच अपनी नई सुविधाओं के साथ ऐसे रोगियों के लिए वरदान साबित होगा।