रक्षासूत्र का त्योहार भाई बहनों के लिए प्रेरणादायक है


पटना ब्यूरो।सावन मास की पूर्णिमा तिथि को भाई और बहनों का एक ऐसा पर्व है।जो दोनों का प्यार वर्षों तक जागृत करती रहती है।सूबे बिहार के तमाम जिलों,प्रखंड के तमाम गांवो और कस्बो में श्रद्धा और प्रेम से भाई और बहन मिल कर सुबह से ही रक्षासूत्र बड़े ही धूमधाम से मनाया गया।क्योंकि 30 अगस्त दिन बुधवार को दस बजकर बारह मिनट के बाद पूर्णिमा प्रारम्भ हो कर 31 अगस्त दिन गुरुवार को प्रातः 7 बजकर 45 मिनट तक व्याप्त रही।इसलिए रक्षाशसूत्र बंधवाने के लिए भाइयो को बहनों के पास ततपरता के साथ जाना पड़ा ताकि शुभ मुहूर्त चूक ना जाए।
लेकिन सदियों से चल रहा परम्परा के मुताबिक उदयमान सूर्य को ही मानकर गुरुवार को दिनभर पूर्णिमा मनाया गया।भाई और बहन का प्यार देख कर बहनो ने भाई को युग युगान्तर तक इस प्रेम को रखने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।सचमुच में रक्षासुत्र का कवच भाई के लिए प्रेरणादायक हैं।