एकाउंटेसी की ट्रेनिंग के बाद कर्मियों की होगी जांच परीक्षा, 90 फीसदी से अधिक अंक पाने वाले कर्मियों को मिलेंगे एक इंक्रीमेंट।
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भागलपुर ब्यूरो।तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.जवाहर लाल सोमवार को एक बार फिर से शिक्षक की भूमिका में नजर आए।कुलपति प्रो.लाल ने मारवाड़ी कॉलेज के सभागार में विश्वविद्यालय और कॉलेज कर्मियों को एकाउंटेंसी का पाठ पढ़ाया।लगातार चार घंटे तक वीसी ने एक शिक्षक की तरह कर्मियों को एकाउंट्स की बारीकियों से अवगत कराया।इस दौरान उन्होंने कर्मियों के साथ इंटरेक्शन भी किया।सवाल-जवाब भी पूछे।सही जवाब देने वाले कर्मी को शाबाशी भी दी।वहीं गलत जवाब देने पर उन्होंने डांट भी पिलाई। साथ ही ऐसे कर्मियों को पूरे मनोयोग से कक्षा अटेंड करने को कहा। वे बीच बीच में कर्मियों को प्यार से समझाते भी दिखे।पीआरओ डॉ दीपक कुमार दिनकर ने बताया की सोमवार को आयोजित हुई कार्यशाला में 84 कर्मियों ने भाग लिया।इसके अलावे विश्वविद्यालय के कुछ अधिकारी भी वर्कशॉप में भाग लिए।आगे भी एकाउंटेंसी को लेकर जागरूकता कार्यक्रम चलता रहेगा।कुलपति प्रो.जवाहर लाल ने एकाउंट्स का पाठ पढ़ाते हुए कहा की लेखा का कार्य सिद्धांतों पर आधारित है।मौके पर उन्होंने पेटेंट राइट्स,कॉपी राइट्स, इनकम,संपत्ति,पूंजी,सैलरी इंट्री,बैंक से लेन-देन आदि की प्रक्रिया से कर्मियों को अवगत कराया।साथ ही उन्होंने जर्नल इंट्री बनाने की विस्तृत जानकारी दी।कुलपति ने कहा की सभी कर्मियों को ट्रेंड करने के बाद उनकी जांच परीक्षा भी ली जाएगी।जांच परीक्षा में 90 या उससे अधिक अंक लाने वाले कर्मियों को एक इंक्रीमेंट दिया जाएगा।इससे उनके वेतन में वृद्धि होगी।जो एक तोहफे के तौर पर कर्मियों के लिए होगा।उन्होंने बोर्ड पर जर्नल इंट्री,लेजर आदि बनाने के गुर सिखाए।कर्मियों में एकाउंट्स की जानकारी लेने को लेकर खासा उत्साह देखा गया।कुलपति पूर्व निर्धारित समय 12 बजे कक्षा में आ गए।वे लगातार 4 बजे तक क्लास लेते रहे।उन्होंने कर्मियों से कहा की एक बार पढ़ें,दो बार लिखें और तीन बार समझें तभी जानकारी हो पाएगी।वीसी ने सैलरी एकाउंट,इंटरेस्ट एकाउंट,इंश्योरेंस एकाउंट,डेबिट एवं क्रेडिट की जानकारी दी।बैलेंस शीट,वाउचर और ट्रायल बैलेंस बनाने की प्रक्रिया से भी उन्होंने अवगत कराया।मौके पर उन्होंने पूर्व के क्लास में दिए गए होम वर्क को भी देखा और कर्मियों से पूछताछ की।कुलपति प्रो.लाल ने कहा की कॉमर्स रोजगार परक कोर्स है। इसमें जल्द रोजगार मिल जाते हैं। साथ ही कॉमर्स विषय में करियर की असीम संभावनाएं हैं।उन्होंने कहा की सभी बर्सर और एकाउंटेंट्स को खाता की प्रकृति को पहचानने की जरूरत है की कौन किस खाते में आता है।वित्तीय अनियमितताएं दूर करने में यह वर्कशॉप काफी मददगार साबित होगा।तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय एकाउंटटेंसी पर कार्यशाला आयोजित करने वाला बिहार के अन्य विश्वद्यालयों के लिए नजीर बनेगा।इस अवसर पर मारवाड़ी कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ शिव प्रसाद यादव,कॉमर्स के डीन डॉ पवन कुमार सिन्हा,पीजी हेड डॉ केसी झा,जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ दीपक कुमार दिनकर सहित कई अधिकारी और कर्मी उपस्थित थे।कुलपति का स्वागत मारवाड़ी कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य ने बुके भेंट कर किया।