ईडी के लपेटे में झारखंड के सीनियर आईएएस अधिकारी,मनीष रंजन को ईडी का समन,24 मई को बुलाया गया ईडी कार्यालय

रांची(झारखंड)।टेंडर कमीशन मामले में ईडी ने अपनी कार्यवाई शुरू कर दी है।हाल ही में ईडी ने मंत्री आलमगीर आलम को इस मामले मे गिरफ्तार किया है। जिसके बाद अब ईडी कई अधिकारियों को समन भेज कर पूछताछ की तैयारी में जुट गई है।अब ईडी ने टेंडर कमीशन मामले में एक आईएएस अधिकारी मनीष रंजन को समन भेज कर पूछताछ के लिए बुलाया है। ईडी ने 24 मई को मनीष रंजन को पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय बुलाया है।●पूर्व में ग्रामीण विकास विभाग के सचिव रह चुके है मनीष रंजन●बता दें कि आईएस अधिकारी मनीष रंजन पूर्व में ग्रामीण विकास विभाग का सचिव रह चुके है,तो इससे साफ है कि ग्रामीण क्षेत्रों में जितने भी टेंटर निकाले गए है उसमें इनकी अहम भूमिका रही होगी। हालांकि अब 24 मई को होने वाली पूछताछ के बाद ही सही जानकारी निकल कर सामने आएगी।यहां ध्यान रहे कि झारखंड में आईएस अधिकारियों कि गिरफ्तारी की फेहरिस्त लंबी है।अब इसी लिस्ट में एक और नाम सामने जुड़ने वाला है।●कई पुरस्कारों से किए जा चुके है सम्मानित●यहां ध्यान रहे कि आईएएस मनीष रंजन 2002 बैच के टॉपर है।साथ ही इन्हे पिछले साल मसूरी में गोल्ड मेडल मिला है,साथ ही मनरेगा उत्कृष्टता पुरस्कार,राष्ट्रपति द्वारा निर्मल ग्राम पुरस्कार भी मिल चुका है।●मंत्री आलमगीर आलम की डायरी ने खोला कई राज●बताते चले कि टेंडर कमीशन से जुड़े मामले में गिरफ्तार मंत्री आलमगीर आलम से ईडी लगातार पूछताछ कर रही है।इसी कड़ी में आज कोर्ट ने पांच दिनों तक पूछताछ करने की अनुमति ईडी को दे दी है।लेकिन इसी बीच ईडी को एक डायरी हाथ लगी है,बताया जा रहा है कि यह डायरी मंत्री आलमगीर का है और लेनदेन से सम्बंधित कई जानकारियां इसमें दर्ज है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह बताया जा रहा है कि इस डायरी में टेंडर कमीशन से जुड़े कई ऐसी जानकारियों का जिक्र किया गया है,जिसके बाद कई अधिकारियों की रात की नींद उड़ सकती है।बताया जा रहा है कि इस डायरी में कई अधिकारी और मंत्री के नाम कोडवर्ड में लिखें गए है मसलन एच और एम लिखे गए है।कहा जा रहा है एच ऑनरेबल और एम (माननीय)यानि मंत्री के लिए लिखा गया है।वही अब ईडी के अधिकारी दूसरे अन्य कोड को डिकोड करने में लग गए है।इसके अलावा किस टेंडर के बदले कितना कमीशन वसूल किया गया है।कयास लगाए जा रहे है कि जिस एच का जिक्र उस डायरी में किया गया है,उसके तार शायद आईएएस अधिकारी मनीष रंजन से जुड़ रहे है।फिलहाल ईडी ने उन्हे समन भेज कर पूछताछ के लिए बुलाया है।अब आगे लंबी पूछताछ होने वाली है और कहीं ना कहीं कई ऐसे अधिकारी है जिनकी दरवाजे पर ईडी दस्तक दे सकती है।