जमुई के जिला जज ने बैठक कर चलती-फिरती लोक अदालत को सफल बनाने की पहल की।
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जमुई ब्यूरो।जिला एवं सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में व्यवहार न्यायालय स्थित उनके कार्यालय प्रकोष्ठ में अहम बैठक आहूत की गई,जिसमें जमुई जिला में अगामी 06 से 08 जून तक निर्धारित मोबाइल लोक अदालत यानी चलता-फिरता लोक अदालत को सफल बनाने का निर्णय लिया गया।जिला जज ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार पहली बार 06 से 08 जून तक जिले के छः प्रखंड अर्थात लक्ष्मीपुर, बरहट,सोनो,झाझा और खैरा में तीन दिनों तक चलता -फिरता लोक अदालत का आयोजन कर शिकायतों की सुनवाई करेगा।इसके जरिए दाखिल खारिज,बैंक,बीमा कंपनी,प्रखंड,अंचल,पंचायत से संबंधित प्रकरण समेत अन्य सभी सुलहनीय प्रकरणों,पूर्व के विवादों और अन्य विवादित वादों का निपटारा प्रखंड स्तर पर किया जाएगा।उन्होंने आगे कहा कि मोबाइल अदालत यानी चलता-फिरता न्यायालय लक्ष्मीपुर और बरहट प्रखंड मुख्यालय में 06 जून को लगेगा।इसी तरह 07 जून को सोनो और झाझा प्रखंड मुख्यालय में तथा 08 जून को खैरा प्रखंड का चलता- फिरता लोक अदालत जमुई व्यवहार न्यायालय परिसर स्थित न्याय सदन के प्रशाल में आयोजित किया जाएगा। इन अदालतों में राष्ट्रीय लोक अदालत की तर्ज पर ही सुलहनीय प्रकरणों का निपटारा होगा।राष्ट्रीय लोक अदालत को मिल रही अपार सफलता के बाद मोबाइल लोक अदालत के आयोजन का फ़ैसला लिया गया है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष श्री सिंह ने कहा कि मोबाइल लोक अदालत चलता-फिरता न्यायालय है।यह खुद चलकर आपके प्रखंड में पहुंचा है।इसके जरिए संबंधित सुलहनीय वादों का निपटारा आपके अपने ही क्षेत्र में किया जाएगा।उन्होंने बताया कि पहला मौका है जब जिले में मोबाइल लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है।जिलेवासियों को इसका ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाना चाहिए।अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार के सचिव पवन कुमार ने कहा कि जमुई जिला में चलता- फिरता न्यायालय का आयोजन न्यायपालिका के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी पहल है।इस अदालत में पक्षकारों से जुड़े उनके वाद का उनके ही क्षेत्र में निपटान करने की कार्रवाई होगी।प्राधिकार के सचिव ने चलंत न्यायालय के रूट चार्ट को अंतिम रूप दिए जाने की जानकारी देते हुए बताया कि सुसज्जित मोबाइल वैन पर सवार होकर अवकाश प्राप्त न्यायिक पदाधिकारी, अधिवक्ता और कर्मी निर्धारित तिथि को संबंधित प्रखंड मुख्यालय पहुंचेंगे और सुलहनीय प्रकरणों की सुनवाई कर ऑन द स्पॉट फैसला करेंगे।उन्होंने चलता -फिरता न्यायालय के आयोजन से पक्षकारों को समय और अर्थ की बचत होने की बात-बताते हुए कहा कि यह हर दृष्टिकोण से लाभकारी है।श्री कुमार ने मोबाइल लोक अदालत के आयोजन की जानकारी हर विभाग के साथ पक्षकारों को दिए जाने का जिक्र किया।उल्लेखनीय है कि पटना से चलकर मोबाइल वैन जमुई आ रहा है।यह वैन नामित प्रखंडों में तय तिथि को चलता-फिरता न्यायालय लगाकर पक्षकारों की शिकायतों को सुनेगा और त्वरित फैसला करेगा। मोबाइल लोक अदालत की तैयारी जारी है।

