केंद्र से चल रही बिहार की सरकार,मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नहीं हो रही कोई सुनवाई-प्रियंका गांधी
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•चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस महासचिव ने बिहार की चरमराई शिक्षा-स्वास्थ्य व्यवस्था,पलायन,बेरोजगारी,भ्रष्टाचार पर जदयू-भाजपा को घेरा•
नई दिल्ली,03 नवंबर।कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने बिहार में 65 लाख लोगों के नाम मतदाता सूची से काटे जाने को बहुत बड़ी साजिश बताते हुए कहा कि एनडीए सरकार लोगों के अधिकार छीन रही है।उन्होंने कहा कि वोट कटने का मतलब सिर्फ मतदान से वंचित होना नहीं है,बल्कि यह नागरिकता रद्द होने के समान है,जिससे लोग पेंशन,मनरेगा जैसी सरकारी योजनाओं से भी वंचित हो जाएंगे।बिहार के सोनबरसा में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री पर हमेशा अतीत की बातें करने और जनता का ध्यान भटकाने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा के बड़े नेता विकास,रोजगार या महंगाई की बात नहीं करते,बल्कि हमेशा भटकाने वाले मुद्दे उठाते हैं।उन्होंने व्यंग्य करते हुए प्रधानमंत्री को एक‘अपमान मंत्रालय’बनाने का सुझाव दिया।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सूची बनाते रहते हैं कि इसने मुझे गाली दी,उसने अपमान किया,जिसमें वे अपना समय क्यों व्यर्थ कर रहे हैं?यह काम अपमान मंत्रालय को दे दें।प्रधानमंत्री का समय देश के लिए काम करने में,रोजगार देने और जनता की समस्याएं सुलझाने में लगना चाहिए।उन्होंने हंसते हुए कहा कि उस नए मंत्रालय को भाजपा द्वारा उनके परिवार को दी गईं गालियों का भी हिसाब रखना चाहिए, जिसकी एक किताब तो क्या पूरी एक लाइब्रेरी बन सकती है।
जनसभा में जनता के ज़बरदस्त समर्थन के बीच कांग्रेस महासचिव ने जदयू-भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था ठप हो गई है,स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई हुई हैं,पेपर लीक हो रहे हैं,भ्रष्टाचार और महंगाई चरम पर है।जनता बेरोजगारी और पलायन का दंश झेल रही है।युवाओं को बिहार में रोजगार नहीं मिल रहा,इसलिए वे काम की तलाश में राज्य से बाहर जाने को मजबूर हैं।आज खेती से भी कमाई नहीं हो रही है,मेहनत के बावजूद किसानों को फसल का सही दाम नहीं मिलता।प्रियंका गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने देश के बड़े-बड़े उद्योग अपने उद्योगपति दोस्तों को दे दिए।बिहार की हजारों एकड़ जमीन अडानी को एक रुपये प्रति एकड़ में दी गई,इसी तरह उद्योगपतियों के हजारों करोड़ रुपये के ऋण माफ कर दिए जाते हैं,लेकिन किसानों का कर्ज कभी माफ नहीं होता।उन्होंने कोसी नदी में आने वाली बाढ़ का मुद्दा भी उठाया और कहा कि पहले जब केंद्र में कांग्रेस सरकार थी तो बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाता था और प्रभावित इलाकों के लिए सरकार की तरफ से आर्थिक मदद दी जाती थी,लेकिन आज कुछ नहीं किया जा रहा है।प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि बिहार की सरकार अब नीतीश कुमार नहीं चला रहे हैं,बल्कि उन्हें चलाने ही नहीं दिया जा रहा है।यहां की सरकार के सभी बड़े फैसले दिल्ली में प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री करते हैं।उन्होंने सवाल किया कि जब बिहार के मुख्यमंत्री की ही सुनवाई नहीं हो रही है, तो जनता की सुनवाई कहां से होगी।उन्होंने चुनाव से ठीक पहले महिलाओं को दस हजार रुपये दिए जाने पर भी सवाल उठाया।उन्होंने कहा कि बिहार में 20 साल से जदयू-भाजपा की सरकार है,ये 10 हजार रुपये पहले क्यों नहीं दिए गए? उन्होंने महिलाओं को समझाते हुए सलाह दी कि वे 10 हजार रुपये ले लें,लेकिन अपना वोट जदयू-भाजपा को न दें। जदयू-भाजपा की नीयत साफ नहीं है।कांग्रेस महासचिव ने बिहार के लिए महागठबंधन के प्रमुख वादों को भी गिनाया। उन्होंने कहा कि वृद्धों और विधवा महिलाओं के लिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन 1,500 रुपये प्रतिमाह दी जाएगी और हर साल इसमें 200 रुपये की बढ़ोतरी भी होगी।भूमिहीन परिवारों को 3 से 5 डिसमिल जमीन दी जाएगी,जिसका मालिकाना हक महिलाओं को मिलेगा।माई-बहन मान सम्मान योजना के तहत 2,500 रुपये हर महीने महिलाओं को मिलेंगे। 25 लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त मिलेगा।किसानों को एमएसपी की गारंटी मिलेगी।रिक्त सरकारी पदों पर नियुक्तियां होंगी और बिहारवासियों को विशेष आरक्षण मिलेगा। मनरेगा के तहत मजदूरी 300 रुपये प्रतिदिन मिलेगी और काम के दिनों को दोगुना किया जाएगा।पेपर लीक के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई होगी।जॉब कैलेंडर बनाकर परीक्षाओं, परिणामों और नियुक्तियों के दिन पहले से तय किए जाएंगे। पंचायती राज और नगर निकायों में ईबीसी आरक्षण 30 प्रतिशत और एससी आरक्षण 20 प्रतिशत किया जाएगा। अतिपिछड़ा वर्ग अत्याचार निवारण अधिनियम बनाया जाएगा। निजी शिक्षा संस्थानों में आरक्षण लागू होगा।कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को लागू किया जाएगा।संविदाकर्मियों को स्थायी किया जाएगा। 200 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी। इसके अलावा उन्होंने महागठबंधन के कई अन्य वादे भी गिनाए।उन्होंने जनता से महागठबंधन के उम्मीदवारों को भारी मतों से जीत दिलाने का आह्वान किया।इस दौरान उनके साथ कांग्रेस सांसद मनोज राम,सांसद पप्पू यादव,ओमप्रकाश नारायण,रविंद्र यादव,अशोक सिंह,सरिता पासवान समेत महागठबंधन के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।

                        
                                    
                                    
                                    
                                    
                                    
                                
                                
                                
                            
                            