थैलासीमिया मरीज की मदद हेतु हमेशा तत्पर रहा,आगे भी रहूंगाःमंगल पांडेय

पटना ब्यूरो।किसी भी कार्यक्रम की सफलता में समाज का सहयोग बहुत आवश्यक होता है।मेरे लिए भी गर्व की बात है कि जो संस्थान बच्चों की बीमारी थैलासीमिया को दूर करने के लिए कार्य कर रहा है,उसमें भी सहभागी रहा हूं।बतौर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री इस बीमारी से पीड़ित बच्चों को हर संभव मदद प्रदान की।इसके लिए सामाजिक और आर्थिक स्तर पर मदद प्रदान की।
इस आयोजन की सफलता इस बात का गवाह है कि देश के बड़े अस्पताल कोकिला बेन के डॉ शांतनु जैसे चिकित्सक यहां आकर कह रहे हैं कि यह देश का बहुत बड़ा एचएलए(ह्यूमन ल्यूकोसाइट एंटिजेन)मैच कैंप का आयोजन है।उक्त बातें पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बतौर मुख्य अतिथि मां वैष्णो देवी समिति एवं मां ब्लड सेंटर की ओर से बाल दिवस पर आयोजित थैलासीमिया एचएलए मैच कैंप में कहीं।श्री पांडेय ने कहा कि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री होने के नाते उनके मन में हमेशा इस बात का दर्द रहता है कि कैसे पीड़ित की मदद कर सकूं।भले ही स्वास्थ्य मंत्री न हूं,मगर समाज में जब भी किसी मानवता के कार्य के लिए हमारी मदद की जरूरत पड़ती है,उसके लिए सदैव आगे रहता हूं।पूर्व में स्वास्थ्य मंत्री होने के नाते थैलासीमिया पीड़ित बच्चों की मदद के लिए सरकारी अस्पतालों में रक्त की कमी दूर करने का प्रयास करता रहा।अपने कार्यकाल के दौरान पीएमसीएच,पटना, एसकेएमसीएच,मुजफ्फरपुर में डे केयर सेंटर शुरू करवाया।बोन मैरो ट्रांसप्लांट के लिए सरकार की ओर से 6 लाख रुपये देने की व्यवस्था की,जिसका लाभ राज्य के कई बच्चों को मिला।आज वह बच्चे स्वस्थ जीवन जी रहे हैं।
यहां इस कैंप में जिन बच्चों को इलाज की सुविधा दी जा रही है वह अह्म है।आज जो बच्चे यहां इलाज के लिए आये हैं,उनको घबराने की जरूरत नहीं।समाज और सरकार आपके साथ खड़ा है।कैंप में संस्थान के द्वारा थैलासीमिया पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए चिकित्सकों की टीम लगी रही।देशभर से लगभग 500 बच्चों की जांच की गयी और उचित इलाज की सुविधा प्रदान की गयी। कार्यक्रम के दौरान मां वैष्णो देवी संस्थान के अध्यक्ष जगजीवन सिंह,समाजसेवी मुकेश हिसारिया,कमल नोपानी एवं दीपक अग्रवाल समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

