बिहार : नीतीश की कृपा से आरसीपी को मिली मुकाम,आज भूल गए अपनी हैसियत
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ब्यूरो,पटना:मोदी कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद जेडीयू नेता आरसीपी सिंह को लेकर पार्टी के अंदर ही लगातार तरह-तरह की मांग उठाई जा रही है।कहा तो यहां तक जा रहा है कि आरसीपी सिंह का राजनीतिक कैरियर अब हाशिये पर चला गया है। उनको अब घर पर बैठना चाहिए,राजनीति बंद कर देनी चाहिए।वहीं,पिछले दिनों यह भी देखने को मिला की जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के संसदीय क्षेत्र में जाने पर आरसीपी के मुख्यमंत्री बनाने को लेकर भी नारेबाजी की गई।इसी कड़ी में अब पार्टी के एक प्रवक्ता ने आरसीपी सिंह पर अनुशासनहीनता की कार्रवाई की मांग की है।जेडीयू के प्रवक्ता मंजीत सिंह ने कहा है कि जिस व्यक्ति को सीएम नीतीश कुमार जी की कृपा से हर मुकाम प्राप्त हुआ है,वही आज पार्टी को धोखा दे रहा है।ऐसे व्यक्ति पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। आरसीपी सिंह अपनी हैसियत भूल गए हैं।श्री सिंह ने कभी पार्टी को मजबूत बनाने में कोई योगदान नहीं किया है।इसके बावजूद वह पार्टी के विचार से अलग जाकर बयानबाजी करते रहते हैं और चुनौती देते रहते हैं, इसलिए इन पर कार्रवाई होना बेहद जरूरी है। इसके आगे उन्होंने कहा कि जब नीतीश कुमार ने संघर्ष कर समता पार्टी बनाई थी। उस दौरान मजबूत सत्ता की कुर्सी पर बैठने वालों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी और उसे उखाड़ फेंका था।उस समय की सियासत में आरसीपी सिंह पैदा भी नहीं हुए थे,आज वो तरह-तरह की बात करते हैं।शायद,आरसीपी सिंह अपने पुराने दिनों को भूल गए हैं कि वो 4 दिन पहले तक नीतीश बाबू,नीतीश बाबू और साहब, साहब कहते थकते नहीं थे। आज वह खुद को बिहार का सीएम बनाने चले हैं।लेकिन, उनको यह समझना होगा कि थोड़े भीड़ को इकट्ठा कर लेने कोई भी सीएम नहीं बन जाता है।उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश के ही आशीर्वाद से वो दो बार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने और दो-दो बार राज्यसभा सदस्य भी बनें।पार्टी ने इनको केंद्रीय मंत्री बनने तक का सफर तय करवाया।लेकिन वो वहां जाकर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लग गए और इसके बाद जब नीतीश कुमार ने अपना हाथ मोड़ा तो सड़क पर आ गए।